इन 5 बैंकों ने किया KYC से जुड़े नियमों का उल्लंघन, RBI ने लगाया मौद्रिक जुर्माना, कहीं इनमें आपका खाता तो नहीं?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में पांच सहकारी बैंकों पर KYC (Know Your Customer) से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने के लिए Monetary fines लगाया है। यह कदम आरबीआई ने बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 के धारा 47ए (1)(सी) के साथ पठित धारा 46 (4)(i) और 56 के तहत उठाया है। आइए विस्तार से जानें कि आरबीआई ने यह कदम क्यों उठाया और इसका ग्राहकों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।

RBI की कार्रवाई (RBI Action)

आरबीआई ने पांच सहकारी बैंकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। इन बैंकों में तमिलनाडु स्थित:

  1. द कामराज को-ऑपरेटिव टाउन बैंक लिमिटेड – 2 लाख रुपये का जुर्माना
  2. द आरकोट को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक लिमिटेड – 25,000 रुपये का जुर्माना
  3. द कॉरडाइट फैक्ट्री को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (नीलगिरी) – 50,000 रुपये का जुर्माना
  4. द तमिलनाडु सर्किल पोस्टल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड – 50,000 रुपये का जुर्माना
  5. विरुधुनगर को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक लिमिटेड – 50,000 रुपये का जुर्माना

क्यों लगाया गया जुर्माना? (RBI Monetary Penalty)

द कामराज को-ऑपरेटिव टाउन बैंक लिमिटेड:

  • बैंक ने पात्र एकल उधारकर्ता जोखिम सीमा से परे ऋण स्वीकृत किए।
  • उच्च जोखिम भार वाले लोगों को निर्देशों का पालन किए बिना नए लोन और अग्रिम स्वीकृत किए।
  • सीआरएआर (Capital to Risk-weighted Assets Ratio) विनियामक न्यूनतम से कम होने के बावजूद अपने सदस्यों को शेयर पूंजी की वापसी की अनुमति दी।
  • ग्राहकों के केवाईसी रिकॉर्ड को समय पर केंद्रीय केवाईसी रिकॉर्ड रजिस्ट्री पर अपलोड करने में विफल रहा।

अन्य चार बैंक:

  • निर्धारित समय सीमा के भीतर सेंट्रल केवाईसी रिकॉर्ड रजिस्ट्री पर ग्राहकों के केवाईसी रिकॉर्ड को अपलोड नहीं कर सके।

आरबीआई ने बैंकों को नोटिस जारी किया (Bank News)

मार्च 2023 में आरबीआई ने इन बैंकों की वित्तीय स्थिति का संवैधानिक निरीक्षण किया। इस दौरान पाया गया कि बैंक दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे। इसके बाद आरबीआई ने सभी बैंकों को नोटिस जारी किया। नोटिस पर प्राप्त प्रतिक्रिया और आगे की जांच के बाद मौद्रिक जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया।

Impact on Customers

हालांकि, इस कार्रवाई का सीधा प्रभाव बैंक के ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा। ग्राहकों और बैंक के बीच हो रहे ट्रांजैक्शन और समझौतों की वैधता बनी रहेगी। फिर भी, यह ग्राहकों के लिए एक चेतावनी है कि वे अपने बैंक की गतिविधियों पर नजर रखें और समय-समय पर अपने KYC दस्तावेजों की स्थिति की जांच करें।

Conclusion

RBI द्वारा लगाए गए जुर्माने का उद्देश्य बैंकों को उनके दायित्वों की याद दिलाना है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि बैंक KYC जैसे महत्वपूर्ण नियमों का पालन करें ताकि वित्तीय प्रणाली में पारदर्शिता और सुरक्षा बनी रहे। ग्राहकों को भी सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंकिंग गतिविधियों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी अनियमितता के मामले में तुरंत बैंक से संपर्क करें।

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